समस्तीपुर : समस्तीपुर में बाढ़ का संकट, कई गांवों में घुसा पानी, जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर

समस्तीपुर के मोहनपुर, मोहिउद्दीननगर व विद्यापतिनगर प्रखंड के कई गांव प्रभावित हुए हैं. इससे पहले अगस्त में भी गांव जलमग्न हुए थे. एक बार फिर लोगों की परेशानी बढ़ गई है.
गांवों में पानी घुसने के बाद नाव का सहारा ले रहे लोग
बिहार के अलग-अलग जिलों में बाढ़ के हालात देखने को मिल रहे हैं. समस्तीपुर के मोहनपुर, मोहिउद्दीननगर व विद्यापतिनगर प्रखंड में एक बार फिर गंगा और सहायक बाया नदी के जलस्तर में तेजी से हो रही वृद्धि के कारण बाढ़ के हालात बनते जा रहे हैं. गंगा नदी का पानी कई घरों व स्कूलों में घुसने लगा है. स्कूल के कई कमरे जलमग्न हो गए हैं. दियारा इलाके में सड़कों पर पानी आ जाने से आवागमन भी बाधित हो गया है. फिलहाल गंगा का जलस्तर 47.05 मीटर पर है जो खतरे के निशान से 1.55 मीटर ऊपर है.

अगस्त में भी जलमग्न हुए थे कई गांव

इसको लेकर विद्यापतिनगर प्रखंड की चार पंचायतों के आधा दर्जन गांवों में एक बार फिर गंगा का पानी भर जाने से आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. पिछले तीन दिन से गंगा के जलस्तर में उफान जारी था. इससे बाढ़ आने की आशंका जताई जा रही थी. लोग बाढ़ से बचने के लिए पहले ही ऊंची जगहों पर शरण ले चुके हैं. हालांकि अब भी कई लोग अपने-अपने घरों में ही हैं. इस साल दूसरी बार गंगा में बाढ़ आई है. इससे पहले अगस्त में भी गांव जलमग्न हुए थे. हालांकि दो दिन बाद ही जलस्तर में कमी आने से बाढ़ की समस्या दूर हो गई थी. पिछले तीन दिनों से गंगा और बाया नदी के जलस्तर में तेजी से हो रही वृद्धि के कारण विद्यापतिनगर प्रखंड के शेरपुर ढेपुरा, मऊ धनेशपुर दक्षिण, बालकृष्णपुर मड़वा और वाजिदपुर पंचायत के दियारा इलाके में करीब आधा दर्जन गांवों में गंगा का पानी घुस गया है. गांव से होकर निकले वाली सभी सड़कें पूरी तरह जलमग्न हैं, जिस कारण लोग घर से नहीं निकल रहे.

Previous post

सहरसा : सहरसा में लड़की से छेड़खानी का किया विरोध तो कर दी हत्या, गोली मारकर भागे बदमाश

Next post

अरवल : अरवल के श्रम अधिकारी की गाड़ी ने तीन लोगों को रौंदा, गुस्साए लोगों ने ड्राइवर को बनाया बंधक

Post Comment