सिवान : IAS S Siddharth: क्लास में बच्चों संग बेंच पर बैठ की बात, खड़े होकर खाया MDM; छात्रों की एक शिकायत पर मंगा ली  रजिस्टर

मुख्यमंत्री मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के ‘खास’ अधिकारियों में एक और बिहार शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव एस सिद्धार्थ की सादगी का एक और उदाहरण सामने आया है। उन्होंने सरकारी स्कूलों का निरीक्षण किया, बच्चों के साथ बैठकर एमडीएम खाया और उनकी समस्याओं को सुना। इस दौरान उन्होंने शिक्षकों से भी बातचीत की।

बिहार शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव एस सिद्धार्थ नीतीश के खास अधिकारियों में एक हैं एस सिद्धार्थ एस सिद्धार्थ ने सिवान में किया स्कूलों का निरीक्षण

S Siddharth सिवान: बिहार शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ एस सिद्धार्थ अपनी सादगी के लिए जाने जाते हैं। कभी सब्जी मंडी में झोला लेकर सब्जी खरीदते दिखते हैं, तो कभी सड़क किनारे नाई की दुकान पर दाढ़ी बनवाते नजर आ जाते हैं। कभी-कभी तो लोकल ट्रेन में सफर करते भी देखे गए हैं। हाल ही में वे एक सरकारी स्कूल में बच्चों के बीच आम आदमी की तरह पहुंच गए और मिड-डे मील भी खाया। एस सिद्धार्थ ने किया स्कूलों का निरीक्षण दरअसल, 12 सितंबर को डॉ एस सिद्धार्थ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ सिवान गए थे। मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में शामिल होने के बाद वे स्कूलों के निरीक्षण के लिए निकल पड़े। इस दौरान वे एक सरकारी स्कूल में पहुंचे और कक्षा में बच्चों के साथ बेंच पर बैठ गए। शिक्षक पढ़ा रहे थे और डॉ एस सिद्धार्थ बच्चों की किताबें देखने लगे। वे बच्चों से सवाल पूछने लगे। फिर वे आठवीं कक्षा में गए। बच्चों से की पढ़ाई वाली बात डॉ एस सिद्धार्थ ने बच्चो से पूछा कि आप लोग किस क्लास में हैं? इस पर बच्चों ने कहा कि आठवीं क्लास। इसके बाद उन्होंने पूछा कि अभी किस सब्जेक्ट का क्लास है? तब बच्चों ने बताया कि साइंस। इसके बाद डॉ एस सिद्धार्थ ने साइंस की किताब मांगी। इसी दौरान एक बच्चे ने अपनी कॉपी दे दी। तब अपर मुख्य सचिव ने पूछा कि साइंस की अलग कॉपी नहीं है? सब एक ही कॉपी में लिख देते हो? फिर उन्होंने पूछा कि परीक्षा कब है? बच्चों ने बताया कि 18 तारीख को। फिर डॉ सिद्धार्थ ने पूछा कि परीक्षा की तैयारी की हो? फिर उन्होंने कहा कि जब याद नहीं की हो तो कैसे लिखोगी? 6 दिन बाद परीक्षा है तो कैसे लिखोगी? तुम लोग कॉपी को खिचड़ी बना दी हो। पटना के सरकारी स्कूल में अचानक पहुंचे ACS सिद्धार्थ, यूनिफॉर्म में नहीं था एक भी बच्चा मिड-डे मील का भी चखा स्वाद इसके बाद कुछ बच्चों ने अपर मुख्य सचिव से शिकायत भी की। छात्रों ने कहा कि जो बच्चे आते हैं उनकी हाजिरी कट जाती है और जो नहीं आते हैं उनका हाजिरी बना रहता है। इस पर डॉ एस सिद्धार्थ ने आश्चर्य जताते हुए कहा कि ऐसा है? इसके बाद उन्होंने शिक्षक से उपस्थिति पंजी मांगी और उसे ध्यान से देखा। बच्चों से बात करने के बाद डॉ सिद्धार्थ रसोई में गए। वहां बच्चों के लिए मिड-डे मील बना हुआ था। उन्होंने खड़े होकर मिड-डे मील का स्वाद भी चखा। इसके बाद उन्होंने विद्यालय में पानी और साफ-सफाई का भी निरीक्षण किया।

Previous post

सहरसा : सावधान कहीं आपने तो नहीं खरीद ली नकली चायपत्ती! मार्केट में कंपनी के नाम पर बिक रही, सेल्स मैनेजर ने की शिकायत

Next post

सहरसा : भूमि सर्वेक्षण के बीच जमीन विवाद में फायरिंग, शख्स को पड़ोसी ने मारी गोली

Post Comment